कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)
कम्प्युटर विकास का इतिहास- आधुनिक कंप्यूटर को अस्तित्व में आए हुए मुश्किल से 50 साल हुए ही हैं लेकिन उनके विकास का इतिहास बहुत पुराना है कंप्यूटर हमारे जीवन के हर पहलु में किसी ना किसी तरह से शामिल है पिछले लगभाग 4 दशक में कंप्यूटर ने हमारे समाज के रहन-सहन व काम करने के तरीके को बदल दिया है। Computer के विकास का इतिहास कुछ शब्दों में बताया गया है
1-Abacus (अबेकस)-इसके आविष्कारक “ली काई चेन” है, जो चीन से थे। यह 16वीं शताब्दी में आया था। Full form- Abundant Beads Addition Calculation Utility System. अबेकस का मतलब (meaning) एक यांत्रिक उपकरण या गिनती फ्रेम होता है, जिसका उपयोग गणितीय गणना और गिनती करने में किसी व्यक्ति की सहायता के लिए किया जाता है। इसकी मदद से बड़ी गणित की समस्या का हल जल्दी किया जा सकता है। पहले के समय में, जब कंप्यूटर उपलब्ध नहीं थे, तब अबेकस का उपयोग करके गणित किया जाता था।
अबेकस कंप्यूटर के इतिहास का सबसे पुराना डिवाइस है इसे 2400 ईसा पूर्व चीनियों (Chinese) के द्वारा बनाया गया था। यह एक लकड़ी का बॉक्स था जिसमे धातु से बनी रोड का उपयोग किया जाता था जिसमे मोतियों की माला लगी होती थी। इसमें धातु की rod (रोड) में मोतियों को डाला जाता था और कुछ नियमो द्वारा इसका उपयोग गणना करने के लिए किया जाता था। आज के समय में भी अबैकस कंप्यूटर का उपयोग चीन, रूस और जापान जैसे कुछ देशों में किया जाता है।
2-Napier’s Bones (नेपीयर बोन्स)- Napier Bone एक कंप्यूटर डिवाइस है जिसे हाथों के द्वारा चलाया जाता है। Napier’s Bones का आविष्कार जॉन नेपियर के द्वारा किया गया था। इस कंप्यूटर का आविष्कार वर्ष (1550-1617) के बीच हुआ था। यह हड्डियां हांथी के दांत या किसी अन्य जानवर की होती थीं। इन अंकों के माध्यम से गणनाओं के जोड़, घटाव, गुणा आदि को कैलकुलेट किया जाता था।
3-Pascaline (पास्कलाइन)– Pascaline पहला यांत्रिक कैलकुलेटर था जिसका आविष्कार 1642 और 1644 के बीच ब्लेज़ पास्कल के द्वारा किया गया था। यह उस समय का पहला स्वचालित कैलकुलेटर (automatic calculator) था।इस कैलकुलेटर का इस्तेमाल केवल जोड़ और घटाव के लिया किया जाता था। यह एक लकड़ी का बॉक्स था जिसमे पहिये लगे होते थे। इन पहियों का उपयोग जोड़ और घटाव करने के लिए किया जाता है।
4-Stepped Reckoner (स्टेपड रेकनर) Stepped Reckoner को वर्ष 1673 में Gottfried Wilhelm Leibnitz द्वारा विकसित किया गया था। यह उस समय का एक डिजिटल मैकेनिकल कैलकुलेटर था जिसे स्टेप रेकनर के नाम से भी जाना जाता था। इसका इस्तेमाल जोड़, घटाना, गुणा और भाग करने के लिए किया जाता था।
5-Difference Engine (डिफरेंस इंजन)– डिफरेंस इंजन का आविष्कार 1820 के दशक में हुआ था। इस डिवाइस को चार्ल्स बैबेज के द्वारा बनाया गया था। चार्ल्स बैबेज को आधुनिक कंप्यूटर का जनक (father) कहा जाता है क्योकि इन्ही के कारण आधुनिक कंप्यूटर का विकास हुआ। डिफरेंस इंजन एक यांत्रिक कंप्यूटर था जिसका इस्तेमाल सरल गणना करने के लिए किया जाता था। यह कंप्यूटर भाप से चलता था जिसे लघुगणक तालिकाओं (logarithm tables) जैसी संख्याओं को हल करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
6-Analytical Engine (एनालिटिकल इंजन)– Analytical Engine एक ऐसा कंप्यूटर था जिसमे पंच कार्ड का उपयोग किया जाता था। एनालिटिकल इंजन का आविष्कार वर्ष 1830 में चार्ल्स बैबेज के द्वारा किया गया था। यह कंप्यूटर किसी भी प्रकार के गणितीय समस्या को हल करने में सक्षम था। यह कंप्यूटर सूचनाओं को हमेशा के लिए स्टोर कर सकता था।
7-Tabulating Machine (टैबूलेटिंग मशीन)– यह एक ऐसी मशीन थी जिसका इस्तेमाल आकडो को रिकॉर्ड और डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता था। Tabulating Machine पंच कार्ड पर आधारित एक यांत्रिक टेबुलेटर था। इस मशीन का इस्तेमाल पहली बार 1890 की अमेरिकी जनगणना में किया गया था। टेबुलेटिंग मशीन का आविष्कार वर्ष 1890 में हरमन होलेरिथ के द्वारा किया गया था। होलेरिथ ने एक टेबुलेटिंग मशीन कंपनी की शुरुआत भी की थी जो 1924 में इंटरनेशनल बिजनेस मशीन (IBM) बन गई।
8-Differential Analyzer (डिफरेंस एनालाइजर)– यह पहला इलक्ट्रोनिक कंप्यूटर था जिसे 1930 में अमेरिका में पेश किया गया था। इस कंप्यूटर का आविष्कार वननेवर बुश के द्वारा किया गया था। Differential analyzer में गणना करने के लिए वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है। यह पुराने सभी कंप्यूटर से काफी तेज था जिसमे कुछ ही मिनट में 25 से भी अधिक गणनाएं की जा सकती है। डिफरेंस एनालाइजर का इस्तेमाल विभेदक समीकरणों (differential equations) के कुछ वर्गों को हल करने के लिए किया जाता था.
9-Mark I (मार्क I)कंप्यूटर के इतिहास में अगला बड़ा बदलाव 1937 में शुरू हुआ जब हॉवर्ड ऐकेन ने एक ऐसी मशीन विकसित करने की योजना बनाई जो बड़ी संख्या की गणना कर सके। Mark I में इनपुट/आउटपुट के लिए दो कार्ड रीडर, एक पंच कार्ड और दो टाइप राइटर का इस्तेमाल किया गया था।
10-Jacquard’s Loom (जेकार्ड लूम)– जेकार्ड लूम का निर्माण Joseph Marie Jacquard ने 1801 में किया। इस मशीन को कपड़ों पर पैटर्न या डिज़ाइन अंकित करने के लिए किया गया था। इस मशीन को कार्ड्स की चैन अर्थात पंच कार्ड्स से नियंत्रित किया जाता था। इन पंच कार्ड्स पर पैटर्न बने होते थे जिन्हें कपड़ों पर उतारा जाता था।
11- ENIAC (Electronic Numerical Integrator And Computer)- ENIAC 1946 को प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के रूप में देखा जाता हैं। इस कंप्यूटर ने आधुनिक कंप्यूटर के इतिहास (History of Computer) की नींव रखने का कार्य किया। इस कंप्यूटर को पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में 1943 एवं 1945 के मध्य दो प्रोफेसर John Mauchly और J. Presper Eckertने मिलकर तैयार किया था। इस कंप्यूटर को किसी जगह रखने के लिए 20×40 fit का कमरा चाहिए होता हैं। इस कंप्यूटर का वजन लगभग 30 टन था, जिसको बनाने के लिए 18,000 से अधिक वैक्यूम ट्यूब्स (John Ambrose Flemming 1904) का इस्तेमाल किया गया था। इस प्रकार के कंप्यूटर को अधिक रख रखाव और ठंडे कमरे की आवश्यकता होती थी। इस प्रकार के कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए नही बने थे। बल्कि इनका उपयोग कुछ ही लोग और किसी क्षेत्र विशेष से जुड़े लोग ही कर पाते थे, क्योंकि इस कंप्यूटर की लागत आज से कम्प्यूटरों की तुलना में बहुत अधिक थी।
12- UNIVAC (Universal Automatic Computer)- UNIVAC पहला ऐसा कंप्यूटर था जो किसी प्राइवेट कंपनी द्वारा तैयार किया गया था और इसको IBM कंपनी द्वारा बनाया गया था। इस प्रकार के कंप्यूटर मेमोरी को स्टोर करने के लिए Magnetic Storage Device का उपयोग किया जाता था। जैसे- Magnetic Drums और Primarily Magnetic.
13-EDSAC (Electronic Delay Storage Automatic Calculator)- EDSAC पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक डिले स्टोरेज स्वचालित कैलकुलेटर , पहला पूर्ण आकार का संग्रहित-प्रोग्राम कंप्यूटर, जिसे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय , इंजी. द्वारा बनाया गया था।उपयोगकर्ताओं के लिए औपचारिक कंप्यूटिंग सेवा प्रदान करने के लिए मौरिस विल्केस और अन्य। ईडीएसएसी का निर्माण हंगरी के अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन वॉन न्यूमैन द्वारा प्रतिपादित वॉन न्यूमैन मशीन सिद्धांतों के अनुसार किया गया था और मैनचेस्टर मार्क I की तरह , 1949 में चालू हो गया। विल्केस ने मुख्य रूप से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग मुद्दों का अध्ययन करने के लिए मशीन का निर्माण किया , जिसके बारे में उन्हें एहसास हुआ कि यह उतना ही महत्वपूर्ण होगा।
14-EDVAC (Electronic Discrete Variable Automatic Computer)-EDVAC का अर्थ इलेक्ट्रॉनिक डिस्क्रीट वेरिएबल ऑटोमैटिक कंप्यूटर है, जिसे डॉ. जॉन वॉन न्यूमैन ने विकसित किया है। यह पहला कंप्यूटर था, जिसे हम इंस्ट्रक्शन दे सकते थे और इसमें डाटा स्टोर भी कर सकते थे। ड्यूल मेमोरी यूनिट जिसमें प्रत्येक रो पर आठ शब्दों की क्षमता वाले 64 पारा एकॉस्टिक डिले लाइनों के दो सेट होते थे।
15-Slide Rule(स्लाइड रूल)- विसर्पी गणक या स्लाइड रूल (slide rule) एक यांत्रिक एनालॉग कम्प्यूटर है। यह एक यांत्रिक युक्ति है जिसका उपयोग मुख्य रूप से गुणा और भाग करने के लिये किया जाता था। इसके अधिक विकसित रूपों में अनेक “वैज्ञानिक फलनों” जैसे वर्गमूल, लघुगणक एवं त्रिकोणमित्तीय फलनों की गणना करने की सुविधा भी प्रदत्त होती थी, किन्तु इसका उपयोग प्राय: जोड़ने और घटाने के लिये नहीं किया जाता है, क्योंकि ये बहुत आसान क्रियाएँ समझी जातीं हैं। सन् १६०० के दशक में विलियम आट्रेड (William Oughtred) एवं अन्य लोगों ने जॉन नेपियर द्वारा आविष्कृत लघुगणक के आधार पर स्लाइड रूल का विकास किया।