Computer (संगणक,अभिकलित्र ,परिकलित )
Father’s of Computer- Charles Babbage
- Compute- Latin word Calculation (गणना करना) Computer
- Computare English Word Calculation (गणना करना) Computer
Stands for the Computer
C– Calculation गणना करना
O– Operator संचालक
M– Machine यंत्र के रूप में
P– Purpose उद्देश्य के लिए
U– Used for प्रयोग के लिए
T– Trade व्यापार के रूप में
E– Education शिक्षा के रूप में
R– Research खोज के लिए
Introduction – A computer is an electronic device, operating under the control of instructions stored in its own memory that can accept data (input), process the data according to specified rules, produce information (output), and store the information for future use1. Any kind of computers consists of HARDWARE AND SOFTWARE.
परिचय – कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो अपनी मेमोरी में संग्रहीत निर्देशों के नियंत्रण में काम करता है, जो डेटा (इनपुट) स्वीकार कर सकता है, निर्दिष्ट नियमों के अनुसार डेटा को संसाधित कर सकता है, जानकारी (आउटपुट) उत्पन्न कर सकता है, और भविष्य में उपयोग के लिए जानकारी संग्रहीत कर सकता है1। किसी भी प्रकार के कंप्यूटर में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर होते हैं।
Definition of Computer– It (computer) is an electronic device that processes the input and converts it into output on the command of the user and makes calculations easy. The computer makes it easy to calculate data and at the same time stores all the data and figures safely.
कंप्यूटर की परिभाषा – यह (कंप्यूटर) एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो यूजर की कमांड पर इनपुट को प्रोसेस करके आउटपुट में बदलता है एवं गणना को आसान बनाता है। Computer आंकड़ों की गणना करना आसान बनाता है और साथ ही साथ सारे डाटा व आंकड़ों को सुरक्षित स्टोर करता है।
Characteristics of compute
1- Speed (गति):- कंप्यूटर की गति(स्पीड)इसकी मुख्य विशेषताओं में से एक है। कंप्यूटर के काम करने की स्पीड काफी तेज होती है। कंप्यूटर इंसानो की तुलना में बहुत तेजी से कार्यो को करते है। कंप्यूटर की गणना करने की गति काफी तेज होती है। यह एक सेकंड में एक लाख से भी ज्यादा कार्यों को पूरा कर सकते है
2- Accuracy (सटीकता):- कंप्यूटर अपने कार्यो को सटीकता (accuracy) के साथ करता है। कंप्यूटर बिना किसी गलती के अपने कार्यों को पूरा करता है। इंसानो की तुलना में कंप्यूटर अधिक सटीकता के साथ अपने काम को पूरा करता है। अगर कोई इन्सान गुणा या भाग करता है तो उसमें वह गलतियाँ करता है जबकि कंप्यूटर बिना किसी गलती के गुणा और भाग आसानी से कर सकता है ।
3- Reliability (विश्वसनीयता):- कंप्यूटर पूरी तरह से विश्वसनीय (reliable) होते है। हम इंसानो की तुलना में कंप्यूटर अधिक विश्वसनीय होते है, यदि हम कंप्यूटर को एक ही इनपुट कई बार देते है तो कंप्यूटर हमे एक ही जैसे परिणाम दिखायेगा। जब तक यूजर इनपुट को नहीं बदलेगा तब तक कंप्यूटर परिणाम को नहीं बदलेगा।
कंप्यूटर कभी भी थकता नहीं है आप कंप्यूटर को लगातार सालों तक इस्तेमाल करें वह हमें सही परिणाम ही देता है इसलिए कंप्यूटर बहुत ही विश्वसनीय होता है.
4- Memory (मेमोरी):- कंप्यूटर में दो प्रकार की मेमोरी होती है जिसे हम Primary And Secondary मेमोरी कहते है। प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर के अंदर होती है जहां कंप्यूटर सिस्टम का डेटा स्टोर होता है। इस मेमोरी को इंटरनल मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है। सेकेंडरी मेमोरी एक प्रकार के रिमूवल डिवाइस होते है जिन्हे हम बाहर से लगा और निकाल सकते है। सेकेंडरी मेमोरी को एक्सटर्नल मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है।
कंप्यूटर की मेमोरी इंसानों की तुलना में बहुत ही शक्तिशाली होती है इन्सान हर चीज को याद नहीं रख सकता जबकि कंप्यूटर की मेमोरी किसी चीज को भूलती नहीं है.
5- Diligence (परिश्रम):- एक कंप्यूटर निरंतरता (consistency) के साथ एक समय में कई कार्यो को कर सकता है। कंप्यूटर बिना थके लगातार अपने कार्यो को पूरा करने में सक्षम होते है। यदि हम इंसानो की बात करे तो इंसान 24 घंटे किसी कार्य को नहीं कर सकता उसे 24 घंटो में कुछ समय का आराम चाहिए होता है लेकिन कंप्यूटर बिना थके बिना रुके कार्य को कर सकता है।
6- Easy to use (इस्तेमाल करने में आसान):- कंप्यूटर को इस्तेमाल करना काफी आसान होता है। कंप्यूटर को सीखने के लिए तकनीकी ज्ञान (Technical knowledge) की आवश्यकता नहीं होती इसे कोई भी व्यक्ति आसानी से सीख सकता है।
7- Automation (स्वचालित):- कंप्यूटर एक स्वचालित मशीन (automatic machine) है। यह अपने कार्यो को खुद से करता है। जब कंप्यूटर किसी काम को शुरू करता है तो वह उस काम को खुद से ही पूरा कर लेता है। कंप्यूटर सिस्टम को अपने कार्यो को पूरा करने के लिए किसी इंसान की आवश्यकता नहीं पड़ती।
8– Storage (स्टोरेज):- स्टोरेज भी कंप्यूटर की मुख्य विशेषताओं में से एक है। इसका उपयोग जरुरी डेटा और जानकारी को स्टोर करने के लिए भी किया जाता है। कंप्यूटर में स्टोर की गई जानकारी हमेशा के लिए स्टोर रहती है। डेटा और जानकारी तब तक कंप्यूटर में स्टोर रहती है जब तक कोई यूजर उस जानकारी को डिलीट ना कर दे। कंप्यूटर खुद से डेटा को डिलीट नहीं कर सकता। कंप्यूटर में हम बहुत ज्यादा मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकते हैं जैसे –songs, videos, और games आदि.
9- Privacy (गोपनीयता):- कंप्यूटर में हम अपनी private जानकारी को स्टोर कर सकते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति बिना अनुमति के आपके प्राइवेट डेटा को एक्सेस नहीं कर सकता है. हम कंप्यूटर में password का इस्तेमाल करके अपने कंप्यूटर को lock कर सकते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति बिना पासवर्ड के आपके कंप्यूटर को एक्सेस नहीं कर सकता।
10- No Intelligence (सोचने की शक्ति नहीं):- कंप्यूटर के पास सोचने की शक्ति नहीं होती है जिस प्रकार मनुष्य सोच सकता है वैसे कंप्यूटर नही सोच सकता क्योंकि कंप्यूटर के पास मनुष्य के जैसा दिमाग नहीं होता है।
11- Reduction in Paperwork & Cost (कागज़ और पैसे की बचत):- कंप्यूटर कागजी कार्यो को कम करता है। कंप्यूटर में ज्यादातर कार्य पेपरलेस तरीके से किये जाते है, इसमें कागज का इस्तेमाल बहुत कम मात्रा में किया जाता है इसलिए कागज में होने वाला खर्चा कमहोता है और हमारे पैसे की बचत होती है।
कंप्यूटर की कार्य प्रणाली
1. इनपुट- यह फंक्शन यूजर/उपयोगकर्ता से कम्प्यूटर सिस्टम में इनपुट उपकरणों जैसे कीबोर्ड, माउस, माइक्रोफ़ोन इत्यादि से किसी भी प्रकार के डेटा और निर्देशों को दर्ज करने की प्रक्रिया है।हम ऐसे इनपुट डिवाइसों जैसे कीबोर्ड के माध्यम से शब्दों और वाक्यों को टाइप करके, माउस के माध्यम से बटनों को स्क्रॉल करके और माइक्रोफ़ोन के माध्यम से ऑडियो रिकॉर्ड करके कंप्यूटर में डेटा इनपुट करने के लिए उपयोग करते हैं। यह पहला चरण होता है।
2. प्रोसेसिंग- यह फ़ंक्शन उपयोगकर्ता द्वारा निर्देशित इनपुट डेटा (information) को प्रोग्राम के माध्यम प्रोसेसिंग करने की प्रक्रिया है। इन इनपुट डेटा को संसाधित/प्रोसेसिंग करने के लिए कंप्यूटर को Central Processing Unit (CPU) की आवश्यकता होती है, जिसे कम्प्यूटर का दिमाग (Brain of Computer) भी कहा जाता है। यह डेटा और निर्देशों पर पूरा नियंत्रण रखता है।
3. आउटपुट- उपयोगकर्ता/यूजर द्वारा दिए गए निर्देश एवं डाटा के आधार पर सीपीयू द्वारा इसकी प्रोसेसिंग करने के बाद प्राप्त परिणाम को आउटपुट के रूप में जाना जाता है। यह कंप्यूटर का तीसरा चरण है। आउटपुट का परिणाम वीडियो, ऑडियो, ग्राफ़, इमेज आदि के रूप में होता है, जिसे आप आउटपुट डिवाइस जैसे कंप्यूटर मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, हेडफ़ोन, स्क्रीन प्रोजेक्टर आदि से देखते हैं।
4. डेटा स्टोरेज- कंप्यूटर चौथा और अंतिम कार्य होता है। यह वह साधन है जिसके द्वारा जानकारी (सूचना/डाटा) को स्थायी रूप से स्टोर/सहेजा जा सकता है (जब तक आप इसे हटाना न चाहे), ताकि इस डेटा को भविष्य में कभी भी पुनः प्राप्त अथवा इसमें संशोधन आदि किया जा सके। स्टोरेज कंप्यूटर का इंटरनल या एक्सटर्नल स्टोरेज हो सकता है। स्टोरेज आमतौर पर हार्ड ड्राइव, फ्लैश ड्राइव, सीडी या क्लाउड अकाउंट पर होता है।