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Language of Computer ll Language Of Computer in Hindi

FOC PART-05 Language of Computer

जिस तरह हम इंसान आपस में एक दुसरे से Communicate (बात-चीत) करने के लिए किसी ना किसी Language (भाषा) का इस्तेमाल करते है। ठीक उसी तरह Computer भी Communicate करने के लिए Language  का Use करते है। जिसे हम Computer language कहते है।

Types of languages-  1. Low Level Language 2. High Level Language

  1. Low Level Language- इसको दो भागों में विभाजित किया गया है-

A- Machini Language( 0,1) भाषा (machine language) कंप्यूटर की आधारभुत भाषा है, यह केवल 0 और 1 दो अंको के प्रयोग से निर्मित शृंखला से लिखी जाती है। यह एकमात्र कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा है जो कि कंप्यूटर द्वारा सीधे-सीधे समझी जाती है। इसे किसी अनुवादक प्रोग्राम का प्रयोग नही करना होता है। इसे कंप्यूटर का मशीनी संकेत भी कहा जाता है।

B-Assembly Language (0-9,AtoZ ,@$^&) Machine Language में निर्देश देने में आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए Computer वैज्ञानिकों ने Assembly Language में  numbarie (0-9) English letter and symbols का use किया जाता हैं इसलिए इस language को symbol language के नाम से जानते हैं।इस language को  machine language को convert करने के लिए  Assembly Translator का प्रयोग किया जाता हैं

  1. High Level Language- इस भाषा का विकास 1952 ई॰ में Dr. Grace Hopper के द्वारा किया गया। उन्होने सर्वप्रथम Flowmatic and Mathematic दो language विकास किया। Flow Matic का प्रयोग Business से संबन्धित कार्यो में किया जाता है। जबकि Mathematic का प्रयोग Calculation में किया जाता हैं। तब से लेकर आज तक 255 से भी अधिक High Level Language जा चुके हैं। जिसमे कुछ भाषा के नाम इस प्रकार हैं-

हाईलेवल लैंग्वेज दो प्रकार के होते हैं।

1-Compiled language 2-Interpreted language

1.) Compiled language – ये एक ऐसा लैंग्वेज हैं जो की सोर्स कोड को बदलता हैं मशीन कोड़ में । और ये एक साथ पूरे प्रोग्राम को बदलता हैं एक बार में। इस कारण इसे बहुत कम समय लगता हैं। इसमें पूरे कोड को कन्वर्ट करने के बाद एरर होगा तो उसका पता चलता है। ये ज्यादातर c, c++ language में use किया जाता हैं।

2.) Interpreted language – ये एक ऐसा लैंग्वेज हैं जो कि सोर्स कोड को मशीन कोड में कन्वर्ट करता हैं लेकिन ये एक एक लाइन को कन्वर्ट करते जाता है, एक साथ कन्वर्ट नहीं करता। इसी वजह से इसे बहुत ज्यादा टाइम लगता हैं इस प्रोसेस को करने में। इसमें हर लाइन को चेक करते है जिससे एरर शुरू में ही पता चल जाता हैं। तो आगे दिक्कत नहीं आती हैं। ये इंटरप्रेटर ज्यादातर java में use किया जाता हैं।

कुछ उच्च स्तरीय भाषा-

1-फॉरट्रान (Fortran)- इस language को 1950 में IBM द्वारा बनाया गया था , ये एक जनरल पर्पज प्रोग्रामिंग भाषा हैं। ये भाषा साइंटिफिक और इंजीनियरिंग applications के लिए बनाया गया था ताकि इनसे related प्रोग्राम आसनी से बनाया जा सके। इसमें बहुत ज्यादा फीचर्स नहीं थे शुरू में। अब 2018 में इसका नया वर्जन आया हैं जो की high performance के लिए use किया जा रहा हैं जैसे फिजिक्स system, astrophysics आदि में। यह बहुत ही fast programing language हैं। ये कुछ features को सपोर्ट करता हैं जैसे –array प्रोग्रामिंग, मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग, Numerical analysis और साइंटिफिक कम्प्यूटिंग, ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग जेनेरिक प्रोग्रामिंग, High performance computing on supercomputers, Concurrent programing etc

 

2-कोबोल (COBOL)- इसका पूरा नाम हैं- common business oriented language .यह एक High Level Language हैं। जो की कॉमन बिजनेस पर्पज को पुरा करने के लिए बनाया गया था। इसके कोड की संरचना अंग्रेजी अक्षरों जैसी होती हैं। जिस कारण इसे User Friendly Language भी कहा जाता हैं इसे easily understand किया जा सकता हैं english में होने की वजह से। इसका विकास 1959 में CODASYL द्वारा किया गया। Cobol प्रोग्राम अकेले run नही कर सकते इन्हे JCL  की आवश्यकता पड़ती हैं। COBOL के फीचर्स,Business oriented (ये बिजनेस के लिए बना था ये सबसे पहले डिफेंस के लिए use किया गया था।),Standard language,Robust language,Structured language

3-विसुअल बेसिक (Visual Basic)- ये एक third generation event ड्रिवन प्रोग्रामिंग भाषा हैं। अर्थात् event मतलब यूजर द्वारा किया गया कोई भी एक्शन, इसके हिसाब से काम करता हैं विजुअल बेसिक लैंग्वेज। इसका first वर्जन 1991 में release हुआ था। ये basic language से derived हुईहैं। यह एक सामान्य विशेषताओं से पूर्ण High Level Language हैं। जिसका उपयोग अनेकों विशेषताओं से पूर्ण GUI (Graphic User Interface) Applications को तैयार करने के लिए किया जाता हैं। इसके अंदर Visual और Basic दोनों प्रकार के गुण होते हैं।

4-पास्कल (Pascal)- ये एक general purpose , हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसे Nicklas Wirth ने develop किया था। इसका जो नाम है pascal ये एक फ्रेंच मैथेमेटिशियन साइंटिस्ट और फिलोसोपर Blaise Pascal को सम्मान देने के लिए जिन्होंने पहला मैकेनिकल कैलकुलेटर बनाया था जिसे Pascaline के नाम से जाना जाता है जिसे 1642 में बनाया गया था।

 

5-पी एच पी (PHP)- ये एक server site स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज हैं ये पुरा काम सर्वर साइट पे करता हैंडायनामिक वेबसाइट या डायनेमिक page बनाने के लिए इसका use किया जाता हैं। PHP (Hypertext Preprocessor) प्रोग्रामिंग भाषा का विकास 1994 में Rasmus Laird द्वारा किया गया था। PHP Coding को अप्लाई करने के लिए File Extension .php का उपयोग किया जाता हैं। किसी डायनामिक वेबसाइट को बनाने में इसका उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता हैं। फेसबुक भी php में लिखा गया था।

Php एक interpreted की गई भाषा हैं जिसको कंपाइल करने की जरूरत नहीं पड़ती हैं। ये बाकी लैंग्वेज की तुलना में fast है। php को html में एंबेडेड किया जा सकता हैं ये एक object oriented programming language हैं तथा ये एक open source स्क्रिप्टिंग भाषा हैं।

 

6-सी लैंग्वेज (C)- C- यह प्रोग्रामिंग भाषा मे सबसे लोकप्रिय और अधिक उपयोग की जाने वाली भाषा हैं। इसका उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) बनाने वाली प्रोग्रामिंग भाषा के विकास के लिए किया जाता हैं। C Programming भाषा का विकास 1972 मे Dennis Ritchle द्वारा किया गया था। इस प्रकार की भाषा को सरलता से सीखा जा सकता हैं क्योंकि इसके कोड की संरचना सामान्य होती हैं।इन कॉड्स में निम्न स्तरीय भाषा और उच्च स्तरीय भाषा दोनों की विशेषताएं पाई जाती हैं।

C लैंग्वेज बहुत ही पॉपुलर, flexible or simple language हैं।ये एक compiled language हैं। operating system बनाने में c प्रोग्राम का सबसे अधिक उपयोग किया जाता हैं।ये end user द्वारा use किया जाने वाला प्रोग्रामिंग भाषा हैं।

 

7-सी++ (C++)-  कोड का उपयोग Software बनाने के लिए अधिक मात्रा में किया जाता हैं। इस भाषा का विकास 1980 में Bjarne Stroustrup द्वारा किया गया था। यह कई हद तक C प्रोग्रामिंग भाषा के जैसी ही हैं लेकिन इसमें उससे थोड़ी अधिक मात्रा में काम किया जा सकता हैं। जैसे – Object-oriented Programming, Type Checking आदि। जिस कारण इसे C++ नाम दिया गया हैं। इसमें पॉलिमोर्फिज, dynamic binding, classes, inheritance को support करता हैं।

ऑब्जेक्ट के बिच बोलचाल के लिए Massage पासिंग विधि से बाहरी सिस्टम के बिच बातचीत करना आसान है।

 

8-जावास्क्रिप्ट (JavaScript)- जावास्क्रिप्ट एक स्क्रिप्टिंग भाषा हैं जिस कारण इसे JavaScript Language कहा जाता हैं। इस भाषा का विकास 1990 के दशक में Netscape Navigator वेब ब्राउज़र के लिए विकसित किया गया था। इसका उपयोग डायनामिक वेबसाइट मोबाइल एप्पलीकेशन, एनिमेटिड ग्राफ़िक्स और गेम्स बनाने के लिए किया जाता हैं। इसका उपयोग किसी वेबसाइट की गति बढ़ाने या उसकी लोडिंग स्पीड को कम करने के लिए भी किया जाता हैं। इसका उपयोग वेब पेज को डिजाइन करने के लिए HTML और CSS के साथ किया जाता हैं।

9-पाईथन (Python)- इस language को 1980 में python software foundation के द्वारा शुरू किया गया। इसकी coding को किसी दुसरे platform में भी चलाया जा सकता हैं जैसे Linux या mac में भी। इसका उपयोग आजकल नए software बनाने में बहुत अधिक किया जाता हैं। यह बाकी programing language की तुलना में बहुत easy है इसे समझना आसान हैं। आधुनिक समय में ये एक लोकप्रिय भाषा हैं।

 

Python का use Website building, App development, Machine learning, Data analysis, Web scraping और Natural language processing जैसे कार्यो में किया जाता है. पाइथन को general purpose programming language. python एक interpreted language भी है, इसका अर्थ हुआ पाइथन में लिखे गये program को चलाने से पहले compiled करने की जरूरत नही होती है.

पाइथन भाषा modules और packages के उपयोग का समर्थन करती है. आसान शब्दों में समझे तो python program को एक modular style में design कर सकते है और इसके code को कई प्रकार के दूसरे project में पुनः उपयोग किया जा सकता है.

 

10-जावा (JAVA)- इस उच्च स्तरीय भाषा का विकास 1995 में Sun-micro System द्वारा किया गया था। इस प्रकार के कोड का उपयोग आज के समय मे भी अधिक मात्रा में सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के निर्माण के लिए किया जाता है। हम जावा कोड को किसी भी प्लेटफॉर्म में अपनी आवश्यकता अनुसार अप्लाई कर सकते हैं।

इस प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग Banking Software, Information Software, Android Software जैसे निर्माण के लिए किया जाते रहा हैं। ये एक pure object oriented programming language है। ये multiple inheritance को सपोर्ट करता हैं। आजकल सबसे लोकप्रिय प्रोग्रामिंग भाषा हैं।

 

11-C#- यह एक आधुनिक प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसका विकास 1999 में Anders Hejlsberg और उनके साथियों ने किया था जो कि एक Software Engineer थे। C# एक Object-oriented Programming Language हैं। जिसका उपयोग किसी सॉफ्टवेयर के विकास के लिए किया जाता हैं। C# को CLI (common language runtime) लैंग्वेज की तरह ही specify किया जाता है। यह Microsoft के.net platform में काम करता हैं।

 

12- फोरट्रॉन (FORTRAN)- यह Formula Translation का संक्षिप्त रूप है। इसे पहली high level language माना जाता है जिसका प्रयोग वैज्ञानिक और इंजीनियरों द्वारा गणितीय सूत्रों को आसानी से हल करने और जटिल वैज्ञानिक गणनाओं (Complex scientific calculations)में किया गया । फोरट्रान बीजगणित(Algebra)पर आधारित  प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। 1996 में आन्‍सी (ANSI- Americal National Standard Institute) ने फोरट्रॉन लैंग्वेज का मानकीकरण (Standardization) किया। इस प्रकार फोरट्रॉन पहली स्टैण्डर्ड लैंग्वेज बन गईं ।

13- लोगो (LOGO)- लोगो लैंग्वेज अमेरिका के सिमोर पेपर्ट (Seymour Papert) द्वारा विकसित(develop) की गई है इस लैंग्वेज का उपयोग कम उम्र के बच्चों को Drawing और graphics के माध्यम से  कंप्यूटर की शिक्षा देने के लिए किया गया।

14- बेसिक (BASIC – Beginners’ All -Purpose Symbolic Instruction Code)- यह एक लोकप्रिय व सरल  प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका विकास 1964 में प्रोफेसर जॉन केमेंनी (John Kemeny) तथा थॉमस कुर्टज (Thomas Kurtz) ने किया। यह पर्सनल  कंप्यूटर में प्रयोग की जाने वाली पहली हाई लेवल लैंग्वेज है। इसका प्रयोग गणितीय और व्यावसायिक- दोनों कार्यों के लिए किया जा सकता है। इसकी सरलता के कारण इसका प्रयोग Trainees को लैंग्वेज का concept समझाने के लिए भी किया जाता है । यह विश्व में सबसे अधिक प्रयोग होने वाली कम्‍प्‍यूटर लैंग्वेज है।
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित क्विक बेसिक (Quick Basic) तथा विजुअल बेसिक (Visual Basic) एक लोकप्रिय ओंब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) लैंग्वेज है।

15-अल्‍गोल (ALGOL- Algorithmic Language)- इस हाई लेवल लैंग्वेज का प्रयोग Algebra(बीजगणित )Calculation में किया जाता है ।

16- कोमल (COMAL- Common Algorithmic Language)- मध्य स्तर के छात्रों के लिए प्रयोग की जाने वाली लैंग्वेज है।

17- प्रोलॉग (PROLOG- Programming in Logic)-  इसका विकास 1972 में फ्रांस में किया गया। इसमें समस्याओं के समाधान में तर्क की प्रधानता दी जाती है। इसे Artificial Intelligence एवं Logical Programming में प्रयोग किया जाता है।

18- C# Language(C शार्प) यह ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड  प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका विकास माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट में प्रयोग के लिए किया। यह लैंग्वेज यूरोपियन  कंप्यूटर मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (ECMA) तथा इंटरनेशनल स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (ISO) के मानकों द्वारा मान्यता प्रदत्त है ।                                                                                                                                                         19- आरपीजी (RPG-Report program Generator)- यह सामान्य व्यावसायिक कार्यों द्वारा प्राप्त रिपोर्ट को आउटपुट के रूप में प्रस्तुत करने के लिए बनाई गई लैंग्वेज है। यह एक सरल लैंग्वेज है जिसका प्रयोग छोटे व्यवसायिक कम्‍प्‍यूटर में किया जा सकता है। इस लैंग्वेज का विकास IBM कंपनी द्वारा किया गया है।

20- लिस्‍प (LISP- List Processing)-   इसका विकास 1959 में जॉन मैकार्थी (John Macarthy) द्वारा Artificial Intelligence के प्रयोग में किया गया। यह एक फंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्‍वेज है जिसका उपयोग गैर सांख्यिकी डाटा(Non-Statistical Data) के प्रोसेसिंग में किया गया है। यह Artificial Intelligence में प्रयुक्त सर्वाधिक लोकप्रिय लैंग्वेज है।

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